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कैराना में सांसद इकरा हसन के आवास पर भव्य स्वागत: डॉ. विनीत तोमर और राजकुमार भाटी के आगमन से माहौल हुआ गर्म, शिक्षक चुनाव की सक्रियता का संदेश


कैराना। विधान परिषद शिक्षक चुनाव के मद्देनजर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता कैराना में सक्रिय दिखाई दिए। सहारनपुर-मेरठ शिक्षक विधान परिषद प्रत्याशी डॉ. विनीत तोमर और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने सांसद इकरा हसन और विधायक नाहिद हसन के आवास पर पहुँचकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ भव्य जनसंपर्क कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

आगमन पर दोनों नेताओं का फूलमालाओं से भव्य स्वागत किया गया और उन्हें गुलदस्ते भेंट कर सम्मानित किया गया। स्वागत समारोह का माहौल अत्यंत उत्साहपूर्ण, गरिमापूर्ण और उत्सव जैसा रहा, जिसने कार्यक्रम की शोभा और महत्व को कई गुना बढ़ा दिया।


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उपस्थित वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं की सूची

चौधरी असल्लाम प्रमुख, ठाकुर शेर सिंह राणा (पूर्व ब्लॉक प्रमुख एवं वरिष्ठ सपा नेता, थानाभवन), सच्चू प्रधान (वरिष्ठ सपा नेता), चौधरी नसीम अहमद (एडवोकेट), चौधरी मुस्तकीम प्रधान, चौधरी कलीम हसन (जिलाध्यक्ष समाजवादी लोहिया वाहिनी, शामली), ठाकुर ज़मीर चौहान (जिलाध्यक्ष मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड), चौधरी शमशेर जंग (वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष लोहिया वाहिनी, शामली), तैय्यब हसन बराला, नवाब मेम्बर झिंझाना, नदीम हसन (समाजसेवी, कैराना), अनवर हसन (अफसारून मुखिया), बसंत धारियां (राष्ट्रीय सचिव), मास्टर रविन्द्र कुमार कोरी (प्रदेश सचिव), राजन तेजान (पूर्व जिला अध्यक्ष), अहसान प्रधान (भूरा)।


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जनसंपर्क अभियान का उद्देश्य

कार्यक्रम के दौरान चौधरी कलीम हसन ने मीडिया को बताया कि यह अभियान डॉ. विनीत तोमर की जीत सुनिश्चित करने और शिक्षक समुदाय के हितों की रक्षा के लिए आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सभी क्षेत्रों में सक्रिय होकर शिक्षक वर्ग और आमजन तक शिक्षक चुनाव के महत्व और पार्टी की नीतियों का संदेश पहुँचा रहे हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षक चुनाव केवल राजनीतिक प्रतिष्ठा का मामला नहीं है, बल्कि यह शिक्षा क्षेत्र में सुधार और शिक्षक वर्ग के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का महत्वपूर्ण माध्यम है।


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कार्यक्रम का उत्साह और प्रभाव

आयोजन स्थल पर भारी संख्या में आमजन और पार्टी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा और प्रभाव को और बढ़ाया। स्वागत समारोह में डॉ. विनीत तोमर और राजकुमार भाटी को फूलमालाओं और गुलदस्तों से सम्मानित कर पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपने उत्साह का इजहार किया।

सभी वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आगामी शिक्षक चुनाव में पूर्ण समर्थन का संकल्प लिया। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने कहा कि शिक्षक चुनाव केवल एक चुनाव नहीं है, बल्कि यह शिक्षक वर्ग के अधिकारों और शिक्षा क्षेत्र में सुधार का प्रतीक है।

भव्य स्वागत, उत्साहपूर्ण माहौल और नेताओं की सक्रिय भागीदारी ने समाजवादी पार्टी की संगठन क्षमता और सक्रियता को प्रदर्शित किया। इस आयोजन ने शिक्षक वर्ग में पार्टी की पहुँच को और मजबूत किया और आने वाले चुनावों के लिए पार्टी के रणनीतिक संदेश को सभी तक पहुँचाया।
रिपोर्ट गुलवेज़ आलम कैराना

भाजपा जिलाध्यक्ष श्री तेजेन्द्र सिंह निर्वल जी के बड़े भाई दीपेन्द्र निर्वल का निधन

शामली ज़िले से एक बेहद दुखद समाचार सामने आया है। भाजपा जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक श्री तेजेन्द्र सिंह निर्वल जी के बड़े भाई दीपेन्द्र निर्वल जी का आज बीमारी के चलते दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में निधन हो गया।

दीपेन्द्र निर्वल जी लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। उनका इलाज एम्स, दिल्ली में चल रहा था, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन की खबर ने पूरे क्षेत्र को गहरे शोक में डुबो दिया है।

समाज और संगठन को अपूर्णीय क्षति

दीपेन्द्र निर्वल जी के निधन को क्षेत्र, समाज और संगठन के लिए एक अपूर्णीय क्षति माना जा रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की है।

संवेदना की लहर

निधन के समाचार के बाद से शामली और आसपास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई। लोग अपने नेता के परिवार के इस दुख में शामिल हो रहे हैं और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।


✍️ “विधायक दर्पण” संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका के लिए शामली (उत्तर प्रदेश) से विशेष रिपोर्ट – पत्रकार शौकीन सिद्दीकी

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अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन की बैठक में हारून सैफी बने जिला अध्यक्ष

बिडौली/झिंझाना (शामली)।

अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन की जिला कार्यकारिणी की एक अहम बैठक माजरा रोड स्थित एएन फार्मेसी पर आयोजित की गई। इस बैठक में जिले के कई वरिष्ठ फार्मासिस्ट और एसोसिएशन पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक का मुख्य एजेंडा नई जिला कार्यकारिणी का गठन था, जिसमें सर्वसम्मति से हारून सैफी को जिला अध्यक्ष और मोहित कुमार को आईटी सेल जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया।

नई कार्यकारिणी का गठन

प्रदेश स्तर से आए निर्देशों के आधार पर शामली जिला कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें –

  • हारून सैफी – जिला अध्यक्ष
  • मोहित कुमार – आईटी सेल जिला अध्यक्ष
  • मौसम कुमार – जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष
  • कादिर चौहान – जिला महासचिव
  • नसीम अली – जिला उपाध्यक्ष
  • अनुज कर्णवाल – नगर अध्यक्ष

इस मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष अनुज पांचाल और पीयूष ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

नेतृत्व का आभार और संकल्प

नवनियुक्त जिला अध्यक्ष हारून सैफी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रदेश उपाध्यक्ष अक्षय मिठारिया तथा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सनूज तेजान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे संगठन के हित में हर संभव कार्य करेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे फार्मासिस्ट साथियों के हर सुख-दुख में खड़े रहेंगे और संगठन को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने का काम करेंगे।

बैठक में मौजूद रहे प्रमुख

इस मौके पर जान शेर खां, फिरोज, रमा शंकर, नीरज पांचाल, विवेक मालिक, प्रवीण सहित जिले के कई फार्मासिस्ट साथी मौजूद रहे। बैठक का वातावरण उत्साहपूर्ण और जोशीला रहा, जिसमें सभी ने एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने का संकल्प लिया।

एसोसिएशन का उद्देश्य

अखिल भारतीय फार्मासिस्ट एसोसिएशन लंबे समय से फार्मासिस्टों की समस्याओं को उठाने और उनके हक़ की आवाज़ बुलंद करने का कार्य कर रहा है। नई कार्यकारिणी से जिले के फार्मासिस्टों को संगठन से और अधिक मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।


✍️ खास रिपोर्ट : शाकिर अली
📌 राष्ट्रीय समाचार पत्रिका "एनजीओ दर्पण" के लिए
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इरफान अल्वी बने वार्ड 7 अध्यक्ष – एआईएमआईएम पार्टी की बिडौली सादात में बैठक

बिडौली (शामली)।

गाँव बिडौली सादात में मंगलवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) पार्टी की एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक स्थानीय कार्यकर्ता इरफान अल्वी के आवास पर हुई, जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन को मजबूत करना और नए सदस्यों को पार्टी से जोड़ना था।

इरफान अल्वी को मिली नई ज़िम्मेदारी

इस बैठक में गाँव बिडौली सादात के ही निवासी इरफान अल्वी को सर्वसम्मति से वार्ड 7 अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी गई। नवनियुक्त अध्यक्ष के रूप में इरफान अल्वी ने कहा कि वे पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ पार्टी संगठन को मज़बूत करेंगे तथा गांव-गांव जाकर कार्यकर्ताओं को जोड़ने का काम करेंगे।

नए सदस्यों का पार्टी में स्वागत

बैठक के दौरान गाँव के साकिब, जुल्फान और फरमान को एआईएमआईएम पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। जिला अध्यक्ष हाफिज मोहम्मद इनाम और ब्लॉक अध्यक्ष अकरम खान ऊन ने नवागंतुक सदस्यों का फूल-मालाओं से स्वागत करते हुए कहा कि संगठन का विस्तार ही पार्टी की असली ताक़त है।

पार्टी की नीति और संकल्प

जिला अध्यक्ष हाफिज मोहम्मद इनाम ने अपने संबोधन में कहा कि एआईएमआईएम पार्टी दलितों, मजदूरों, किसानों और पिछड़े वर्गों की आवाज़ बनकर काम कर रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर लोगों को पार्टी से जोड़ें और सदस्यता अभियान को मज़बूत बनाएं।

कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी

बैठक में ग्राम महासचिव शौकीन, शाहनवाब, मुस्तकिम, अकबर अली, मुत्तलिब, कय्यूम, इसरार अल्वी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने एआईएमआईएम पार्टी की नीतियों पर विश्वास जताया और संगठन को मज़बूत करने का संकल्प लिया।

संगठन को नई दिशा देने का प्रयास

इस बैठक को बिडौली सादात क्षेत्र में पार्टी की सक्रियता और मजबूती की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। इरफान अल्वी की नियुक्ति से स्थानीय स्तर पर संगठन को नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।


✍️ खास रिपोर्ट : शाकिर अली
📌 “विधायक दर्पण” राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए
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ताज होटल में सपा सांसद इकरा हसन का जन्मदिन, अखिलेश का अनोखा शगुन बना चर्चा

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित होटल ताज में मंगलवार (26 अगस्त) को समाजवादी पार्टी की कैराना सांसद इकरा हसन का जन्मदिन बेहद यादगार अंदाज़ में मनाया गया। इस मौके पर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, सांसद डिंपल यादव, राज्यसभा सदस्य जया बच्चन सहित कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी ने समारोह को खास बना दिया। लेकिन सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा अखिलेश यादव का दिया हुआ 100 रुपये का अनोखा शगुन, जिसने हर किसी का ध्यान खींच लिया।


 कैसे शुरू हुआ जन्मदिन समारोह

दरअसल, उसी दिन होटल ताज में समाजवादी पार्टी की एक अहम बैठक और लंच का आयोजन था। इसमें ‘इंडिया गठबंधन’ के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी भी पहुंचे थे। बैठक और लंच के बाद जैसे ही यह पता चला कि कैराना सांसद इकरा हसन का जन्मदिन है, माहौल एकदम बदल गया।

सपा सांसद प्रिया सरोज ने तुरंत होटल स्टाफ को केक ऑर्डर करने का निर्देश दिया। थोड़ी देर बाद जैसे ही वेटर केक लेकर हॉल में आया, तो यह नज़ारा इकरा हसन के लिए किसी सरप्राइज से कम नहीं था। मुस्कुराते हुए चेहरों और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच नेताओं ने एक स्वर में “हैप्पी बर्थडे इकरा” गाकर माहौल को खुशनुमा बना दिया।

डिंपल यादव ने काटा केक

जन्मदिन का सबसे भावुक पल तब आया जब सांसद डिंपल यादव आगे बढ़ीं और इकरा हसन का हाथ थामकर उनके साथ मिलकर केक काटा। जैसे ही चाकू केक में उतरा, तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। डिंपल और इकरा के चेहरे पर मुस्कान ने इस पूरे आयोजन को और भी खास बना दिया।


अखिलेश यादव का ‘अनोखा शगुन’

इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी कार्यक्रम स्थल पर लौट आए। जब उन्हें जानकारी दी गई कि इकरा का जन्मदिन है और अभी-अभी केक काटा गया है, तो उन्होंने जेब से 100 रुपये का नोट निकाला और इकरा को शगुन के तौर पर भेंट किया।

अचानक मिले इस शगुन से इकरा एक पल के लिए हैरत में रह गईं। वहां मौजूद सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस नज़ारे को तालियों और हंसी-ठिठोली से और भी खुशनुमा बना दिया।

यह है अखिलेश यादव की परंपरा

सांसद आनंद भदौरिया ने मीडिया को बताया कि अखिलेश यादव का यह शगुन कोई सामान्य घटना नहीं बल्कि एक लंबे समय से चली आ रही परंपरा है। उन्होंने कहा, “जब भी किसी विधायक या सांसद का जन्मदिन मौके पर होता है और अखिलेश यादव वहां मौजूद रहते हैं, तो वह उसे शगुन के तौर पर 100 रुपये का नोट देते हैं। यह परंपरा सालों से चली आ रही है और इसे लोग बहुत आत्मीयता से देखते हैं।”


दिग्गज नेताओं की मौजूदगी

इस मौके पर समाजवादी पार्टी की वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद जया बच्चन, संभल से सांसद जियाउर्रहमान बर्क, कैराना सांसद इकरा हसन, डिंपल यादव, प्रिया सरोज और आनंद भदौरिया सहित कई बड़े नेता मौजूद थे। नेताओं का यह जमावड़ा न सिर्फ जन्मदिन समारोह को खास बना रहा था बल्कि पार्टी के भीतर की एकजुटता का संदेश भी दे रहा था।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पल

इकरा हसन के जन्मदिन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे हैं। खासतौर पर अखिलेश यादव का 100 रुपये शगुन देने वाला अंदाज़ चर्चा का विषय बना हुआ है। समर्थक इन तस्वीरों को शेयर करते हुए लिख रहे हैं कि, “यही है समाजवादी परिवार की असली पहचान—जहां हर खुशी मिल-बांटकर मनाई जाती है।”


 कैराना से लेकर लखनऊ तक गूंज

कैराना की सांसद इकरा हसन का यह जन्मदिन सिर्फ लखनऊ तक सीमित नहीं रहा। इसकी गूंज उनके संसदीय क्षेत्र तक पहुंच गई। समर्थकों ने सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर उन्हें बधाइयां दीं। वहीं, पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह आयोजन सपा परिवार की एकजुटता और आपसी भाईचारे का प्रतीक है।

 नतीजा

ताज होटल में अचानक हुए इस जन्मदिन समारोह ने यह साबित कर दिया कि राजनीति में तमाम व्यस्तताओं और औपचारिकताओं के बीच मानवीय रिश्ते और अपनापन सबसे ऊपर होता है। अखिलेश यादव का दिया हुआ छोटा-सा शगुन आज पूरे सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

विधायक दर्पण संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका के पत्रकार  गुलवेज़ आलम की रिपोर्ट 
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कैराना सांसद इकरा हसन का जन्मदिन : 30 साल की उम्र में राजनीति का नया चेहरा, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक दे चुके हैं शुभकामनाएं


कैराना। समाजवादी पार्टी की युवा सांसद इकरा हसन ने मंगलवार को अपना 30वां जन्मदिन मनाया। इस मौके पर कैराना समेत पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश में कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उत्साह के साथ जश्न मनाया। सुबह से ही उनके आवास पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #HappyBirthdayIqraHasan ट्रेंड करता रहा।

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी दी थीं शुभकामनाएं

इकरा हसन की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल उनके 29वें जन्मदिन पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी पत्र लिखकर उन्हें शुभकामनाएं भेजी थीं। इतना ही नहीं, कई केंद्रीय मंत्रियों और विपक्षी नेताओं ने भी उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की थी। राजनीति में इतनी कम उम्र में ऐसा सम्मान मिलना अपने आप में बड़ी उपलब्धि माना जाता है।


हसन परिवार की राजनीतिक विरासत

इकरा हसन का ताल्लुक पश्चिम यूपी के प्रभावशाली हसन परिवार से है।

पिता मुनव्वर हसन : लोकसभा और राज्यसभा सदस्य रहे।

मां तबस्सुम हसन : लोकसभा सांसद।

भाई नाहिद हसन : लगातार तीसरी बार कैराना से विधायक।


राजनीतिक पृष्ठभूमि मजबूत होने के बावजूद इकरा ने अपनी मेहनत और लगन से अलग पहचान बनाई है।


लंदन से पढ़ाई कर राजनीति में कदम

दिल्ली के क्वीन मैरी स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद इकरा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक किया। इसके बाद 2020 में लंदन के SOAS यूनिवर्सिटी से अंतरराष्ट्रीय राजनीति और कानून में एमएससी की डिग्री हासिल की। शिक्षा पूरी कर उन्होंने राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने का फैसला किया और जनता की सेवा को अपना लक्ष्य बनाया।


हार से जीत तक का सफर

इकरा हसन ने 2016 में पहली बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भी वे लगातार जनता के बीच सक्रिय रहीं। 2024 में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें कैराना से लोकसभा का टिकट दिया। उस समय भाजपा-रालोद गठबंधन मजबूत स्थिति में था, लेकिन इकरा ने भाजपा उम्मीदवार प्रदीप चौधरी को बड़े अंतर से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।


संसद में उठाए क्षेत्रीय मुद्दे

लोकसभा पहुंचने के बाद इकरा ने अपने पहले ही भाषण में शामली से वैष्णो देवी और प्रयागराज के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह आम जनता की सुविधा और विकास से जुड़ा बड़ा मुद्दा है। उनकी यह पहल सत्ता और विपक्ष दोनों में चर्चा का विषय बनी।



युवाओं और महिलाओं की प्रेरणा

इकरा हसन सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं हैं। वे सोशल मीडिया पर भी बेहद सक्रिय हैं। इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर पर उनकी गजब की फैन फॉलोइंग है।।उनकी सहज भाषा और स्पष्ट संदेश युवा वर्ग को सीधा आकर्षित करता है। यही वजह है कि वे आज युवाओं की धड़कन और महिलाओं की प्रेरणा मानी जाती हैं।


जन्मदिन पर उत्सव जैसा माहौल

मंगलवार को कैराना और आसपास के क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह केक काटे, मिठाइयां बांटी और जश्न मनाया।  सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़ आ गई।

इकरा हसन ने इस अवसर पर कहा —
“आपका विश्वास ही मेरी ताकत है। मैं हर कदम पर जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करूंगी।”


 महज 30 साल की उम्र में इकरा हसन राजनीति की उस नई पीढ़ी का चेहरा बन चुकी हैं, जिनसे देश और प्रदेश की जनता को बड़ी उम्मीदें हैं। "विधायक दर्पण" संपूर्ण राजनैतिक राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए गुलवेज आलम की रिपोर्ट 
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पुलिस ने डॉ. शाज़िया नाज़ समेत कांग्रेस नेताओं को घरों में कैद किया, वोट अधिकार पदयात्रा ठप

सहारनपुर। देवबंद में मंगलवार से शुरू होने वाली कांग्रेस की "वोट अधिकार पदयात्रा" को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। देवबंद से पदयात्रा का आगाज़ होना था, लेकिन प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए डॉ. शाज़िया नाज़ एडवोकेट समेत तमाम कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को सुबह से ही नज़रबंद कर दिया।

कांग्रेस खेमे का आरोप है कि प्रदेश सरकार विपक्ष की आवाज़ दबाने के लिए पुलिस का सहारा ले रही है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण यात्रा निकालना उनका संवैधानिक अधिकार है, लेकिन सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाकर नेताओं को घरों में कैद कर दिया।

नज़रबंदी के दौरान डॉ. शाज़िया नाज़ ने कड़े शब्दों में बयान जारी किया—
"यह लोकतंत्र की खुली हत्या है। हमें जनता से मिलने से रोका जा रहा है क्योंकि हम वोट चोरी जैसे असली मुद्दे पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन सरकार भूल गई है कि कांग्रेस की आवाज़ को कभी कैद नहीं किया जा सकता।"

जिला कांग्रेस अध्यक्ष संदीप राणा ने भी प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस कार्यकर्ता इस तानाशाही के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे।

फिलहाल, नज़रबंदी के कारण पदयात्रा की शुरुआत नहीं हो सकी है। इससे सहारनपुर की राजनीति में भूचाल आ गया है और प्रशासन की भूमिका को लेकर सवाल उठने लगे हैं। "विधायक दर्पण" संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका के लिए सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट 
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सहारनपुर : वोट चोरी के खिलाफ कांग्रेस का ऐलान, डॉ. शाज़िया नाज़ मंगलवार से करेंगी सात दिवसीय पदयात्रा

सहारनपुर। सहारनपुर की सियासत में वोट चोरी का मुद्दा गरमा गया है। कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष डॉ. शाज़िया नाज़ एडवोकेट ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि वह मंगलवार से देवबंद से "वोट अधिकार यात्रा" की शुरुआत करेंगी। यह यात्रा लगातार सात दिनों तक जनपद की सभी सात विधानसभा क्षेत्रों में निकाली जाएगी।

डॉ. नाज़ रविवार को सहारनपुर सांसद इमरान मसूद के आवास पर पहुँचीं, जहाँ उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान कहा—
"वोट चोरी लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला है। इसे रोकने के लिए जनता को जागरूक करना बेहद जरूरी है। राहुल गांधी ने देश के सामने यह सच उजागर किया है और अब हर कांग्रेस कार्यकर्ता इस लड़ाई में अपनी आवाज़ मिलाएगा।"

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार के इशारे पर प्रशासन विपक्ष की आवाज़ दबाने में जुटा है।
"लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार है," डॉ. नाज़ ने कहा।

यात्रा का शुभारंभ मंगलवार को देवबंद के पिलर नंबर 25 से होगा। जिला अध्यक्ष संदीप राणा हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना करेंगे। इस दौरान डॉ. नाज़ हाथ में कांग्रेस का झंडा लेकर पैदल मार्च करेंगी और जनता से सीधा संवाद कर वोट चोरी के खिलाफ अभियान चलाएँगी।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह पदयात्रा जिले में नई राजनीतिक हलचल पैदा करेगी और आने वाले समय में मतदाताओं को वोट की ताकत समझाने में बड़ी भूमिका निभाएगी। विधायक दर्पण संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका के लिए पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट 
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इकरा हसन का आरोप– लोकतंत्र पर संकट, संसद का सत्र हंगामे में गँवाया

नई दिल्ली/कैराना । संसद का मॉनसून सत्र अव्यवस्था और हंगामे की भेंट चढ़ गया। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार, नारेबाज़ी तथा शोरगुल ने कार्यवाही को बार-बार बाधित किया। परिणामस्वरूप, पूरे सत्र में लोकसभा की उत्पादकता मात्र 30.83 प्रतिशत और राज्यसभा की 38.88 प्रतिशत रही। लोकसभा ने 12 और राज्यसभा ने 15 विधेयक तो पारित किए, किंतु गंभीर विषयों पर चर्चा का अवसर खो गया।

समाजवादी पार्टी की कैराना  सांसद इकरा हसन ने कहा कि इस गतिरोध की जड़ सिर  मुद्दा रहा। “संसद जनता की आवाज़ उठाने का सबसे बड़ा मंच है, किंतु बिहार में 65 लाख मतदाता सूची से हटाए जाने और पहचान पत्रों पर चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर जो प्रश्न खड़े हुए, वह अत्यंत गंभीर हैं। यदि इस पर चर्चा नहीं होगी तो लोकतंत्र ही खतरे में पड़ जाएगा। इसी कारण हमें शेष मुद्दों को पीछे रखना पड़ा।”

इकरा हसन ने आरोप लगाया कि विपक्ष की बार-बार की मांग के बावजूद सत्ता पक्ष ने चर्चा से परहेज़ किया और केवल अपने विधेयक पारित कराने पर ध्यान केंद्रित रखा। “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश की सर्वोच्च पंचायत में इतना बड़ा प्रश्न उठा और उस पर विमर्श तक नहीं हुआ। स्वस्थ्य बहस लोकतंत्र की आत्मा है, किंतु सरकार विपक्ष की चिंता सुनने को तैयार नहीं।”

सपा सांसद इकरा हसन ने सरकार के नए विधेयक पर भी कड़ी आपत्ति व्यक्त की। इस विधेयक के अनुसार यदि कोई मुख्यमंत्री 30 दिन तक जेल में रहता है तो उसका पद स्वतः समाप्त हो जाएगा। इकरा हसन ने कहा– “यह तो लोकतंत्र की हत्या है। आजकल झूठे आरोपों में नेताओं को जेल भेजा जाता है। मेरे अपने भाई 11 महीने तक जेल में रहे। यदि केवल एक महीने की जेल पर किसी मुख्यमंत्री को पद से हटा दिया जाएगा तो यह जनता के अधिकारों का सीधा हनन होगा। हम इसका घोर विरोध करेंगे।”

विपक्ष की रणनीति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब यह संघर्ष संसद से निकलकर सड़क तक पहुँचेगा। “जनता को बताया जाएगा कि किस प्रकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाकर लोकतंत्र की नींव हिलाई जा रही है। संसद में हमारी आवाज़ दबाई गई, परंतु गांव-गांव, गली-गली हम यह बात पहुँचाएँगे।”

अंत में इकरा हसन ने जनता को आश्वस्त किया– “मैं कैराना की बेटी हूँ और अपनी जनता की आवाज़ बनकर दिल्ली तक पहुँची हूँ। आपके मत और आपके अधिकार पर आंच नहीं आने दूँगी। लोकतंत्र की रक्षा के लिए मैं सदैव संघर्षरत रहूँगी। ”विधायक दर्पण" राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए पत्रकार गुलवेज़ आलम की खास रिपोर्ट 
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स्वतंत्र पत्रकार, कैराना

"मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला : लोकतंत्र की मर्यादा पर गहरा प्रहार, विवेक प्रेमी ने सरकार से मांगी सख्त कार्रवाई"

दिल्ली की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। राजधानी की मुख्यमंत्री एवं महिला सशक्तिकरण की प्रतिमूर्ति बहन रेखा गुप्ता पर हुआ हमला न केवल राजनीति बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर भी सीधा प्रहार माना जा रहा है।

इस घटना की निंदा करते हुए भारतीय जनता पार्टी के जिला मंत्री विवेक प्रेमी ने कहा कि –
"लोकतंत्र में असहमति होना स्वाभाविक है, लेकिन हिंसा का कोई स्थान नहीं है। मुख्यमंत्री जैसी संवैधानिक पद पर आसीन महिला नेता पर हमला केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे लोकतंत्र पर हमला है।"

उन्होंने भारत सरकार से अपील करते हुए कहा कि दोषियों को कठोर दंड दिया जाए ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी हिम्मत न कर सके। विवेक प्रेमी ने स्पष्ट कहा कि यह घटना राजनीति में गिरते स्तर की ओर इशारा करती है, जिसे रोकना आज बेहद जरूरी है।


🔎 राजनीतिक संदर्भ

राजनीति में विचारों का टकराव लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है, लेकिन यह घटना राजनीतिक असहमति को हिंसा में बदलने की भयावह प्रवृत्ति को उजागर करती है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता दिल्ली की महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत मानी जाती हैं और उन पर हमला होना महिला सशक्तिकरण की भावना पर भी चोट है।


🚨 विपक्ष और जनता की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद विपक्षी दलों में भी खलबली मच गई है। कई राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि अगर सरकार ने तुरंत ठोस कदम नहीं उठाए, तो यह मामला बड़े जनाक्रोश में बदल सकता है।
जनता का मानना है कि यह हमला न केवल मुख्यमंत्री की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि लोकतंत्र को आंतरिक रूप से असहिष्णु ताकतें कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।


📢 निष्कर्ष

यह घटना स्पष्ट संदेश देती है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। दोषियों को कड़ी सजा दिलाकर ही लोकतंत्र की गरिमा और जनता का विश्वास कायम रखा जा सकता है।


✍️ "विधायक दर्पण" संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका के लिए
📍 शामली, उत्तर प्रदेश
📰 जिला ब्यूरो-चीफ शौकीन सिद्दीकी
🎥 कैमरामैन – रामकुमार चौहान

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"देवबंद में छाया मातम – अचानक ख़त्म हो गई एक सियासी विरासत की सांसें!"

"दो बार के चेयरमैन का सफ़र थमा – शहर के दिलों में छोड़ गए अमिट यादें"

"जियाउद्दीन अंसारी के जाने से देवबंद सन्नाटे में – नेता से ज़्यादा इंसान थे वो"


देवबंद।
नगर की राजनीति और समाज सेवा में एक बड़ा नाम आज सिर्फ़ यादों में रह गया। पूर्व पालिका अध्यक्ष जियाउद्दीन अंसारी (68 वर्ष) का बुधवार की सुबह देहरादून के एक अस्पताल में लम्बी बीमारी के चलते निधन हो गया।
उनके न रहने की ख़बर ने पूरे देवबंद को गहरे सदमे में डाल दिया।


🔹 दो बार की चेयरमैनी और लोगों के दिलों पर राज

मरहूम जियाउद्दीन अंसारी ने अपने कार्यकाल में भेदभाव से परे रहकर नगर में विकास की नई तस्वीर खींची।
उनकी पहचान सिर्फ़ एक राजनेता की नहीं बल्कि सबके अपने इंसान की थी।
वो आमजन के बीच उसी सादगी और अपनापन के साथ रहते थे जैसे कोई पड़ोसी या परिवार का सदस्य।


🔹 ग़मगीन नगर और टूटे सियासी दिल

उनके निधन की ख़बर मिलते ही नगर में शौक की लहर दौड़ गई।
सियासत और समाज के तमाम चेहरे उनके घर पहुँचकर संवेदना व्यक्त करते दिखे।

पूर्व सभासद असलम अली ने कहा –
"जियाउद्दीन अंसारी साहब मिलनसार और सबको साथ लेकर चलने वाले नेता थे। उनका अचानक जाना देवबंद की राजनीति और समाज, दोनों के लिए बड़ी क्षति है।"


🔹 सियासी और सामाजिक हलकों का शोक संदेश

मरहूम को श्रद्धांजलि देने वालों की लम्बी फेहरिस्त रही।

  • पूर्व सांसद हाजी फजलुर रहमान
  • डॉ. अनवर सईद, डॉ. अख्तर सईद
  • पूर्व विधायक मनोज चौधरी, माविया अली
  • सपा नेता कार्तिकेय राणा
  • सभासद हेदर अली, वाजिद मलिक, शहीद हसन, औसाफ सिद्दीकी
  • समाजवादी नेता असद जमाल फेज़ी, तौफीक जग्गी
  • आसपा से जुड़े अजमल ख़ान, अबरार कुरैशी
  • नगर के प्रतिष्ठित नागरिक शराफत मलिक, रिज़वान गौड़, हारिस, यूसुफ़ मलिक, सुलेमान फ़ारूकी, शाहनवाज़ मलिक, चौ. दानिश, चौ. सलीम
  • नगर के पत्रकारों समेत सैकड़ों लोगों ने शोक प्रकट किया।

🔹 जन-जन की दुआओं में याद रहेंगे

लोगों ने कहा कि –
"उन्होंने भले ही सत्ता की कुर्सी छोड़ी, लेकिन दिलों की कुर्सी कभी नहीं छोड़ी।"
उनका निधन देवबंद के लिए सिर्फ़ एक शख़्सियत का जाना नहीं बल्कि एक दौर का ख़त्म होना है।


🕊️ ईश्वर से प्रार्थना है कि मरहूम की आत्मा को शांति और परिवार को इस कठिन घड़ी में धैर्य प्रदान करे।


📌 विशेष रिपोर्ट
ज़मीर आलम, पत्रकार
देवबंद, सहारनपुर (उ.प्र.)
"विधायक दर्पण" राष्ट्रीय समाचार पत्रिका

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संगठन को नई दिशा देंगे शमशाद अहमद – बिजनौर भाजपा नीति मंच श्रम प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष


बिजनौर।
भारतीय जनता पार्टी नीति मंच श्रम प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष श्री शमशाद अहमद आज कार्यकर्ताओं की आवाज़ पर सामने आए और संगठन को मजबूत बनाने को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की। संगठन को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ वे न सिर्फ कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा प्रदान कर रहे हैं, बल्कि पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की राह पर भी सक्रियता से काम कर रहे हैं।

संगठन को नई ऊंचाई पर ले जाने का संकल्प

शमशाद अहमद जी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि भाजपा नीति मंच श्रम प्रकोष्ठ का उद्देश्य श्रमिक वर्ग, वंचितों और समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक संगठन की पहुँच बनाना है। वे संगठन को आगे ले जाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और कार्यकर्ताओं को संगठित कर एकजुटता का संदेश दे रहे हैं।

मेहनती नेतृत्व की पहचान

प्रदेश अध्यक्ष श्रम प्रकोष्ठ, भाजपा नीति मंच उत्तर प्रदेश अरशद त्यागी ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा –
“शमशाद अहमद जी अपने जिले में लगातार बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि वे पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगे और संगठन को सशक्त बनाने का काम करते रहेंगे।”

कार्यकर्ताओं में उत्साह

जिला अध्यक्ष के रूप में शमशाद अहमद की सक्रियता और समर्पण से कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है। संगठन की बैठकों में बढ़ती भागीदारी और लोगों की उम्मीदें उनके नेतृत्व को मजबूती देती हैं।


✍️ “विधायक दर्पण” संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका के लिए
👉 बिजनौर, उत्तर प्रदेश से पत्रकार प्रीतम सिंह की खास रिपोर्ट।

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शौकीन अल्वी बने ग्राम सचिव, एआईएमआईएम का विस्तार अभियान तेज

बिडौली सादात (झिंझाना क्षेत्र), रविवार। राजनीतिक हलचल के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी लगातार अपने संगठन को गाँव-गाँव तक मजबूत करने में जुटी हुई है। इसी कड़ी में बिडौली सादात गाँव में पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक गाँव के ही शौकीन अल्वी के आवास पर सम्पन्न हुई। 

 बैठक में बड़ी घोषणा करते हुए शौकीन अल्वी को ग्राम सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके साथ ही गाँव के नौ युवाओं—इस्लाम, फईम, कय्यूम, शाहिद, शादाब, बिलाल, साजिद, गुलफाम और मेहरबान—को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई।

 जिला अध्यक्ष ने किया स्वागत सदस्यता दिलाने की प्रक्रिया की अध्यक्षता शामली जिला अध्यक्ष हाफिज मोहम्मद इनाम ने की। उन्होंने सभी नवनियुक्त सदस्यों का फूल मालाओं से गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें संगठन की नीतियों व विचारधारा से परिचित कराया। 

 इस मौके पर उन्होंने कहा— "एआईएमआईएम पार्टी दलितों, मजदूरों और पिछड़े वर्ग के अधिकारों की लड़ाई लड़ती है। हमें गाँव-गाँव तक सदस्यता अभियान चलाकर संगठन को मजबूत करना है और जनता की आवाज़ को बुलंद करना है।"

 कार्यकर्ताओं की मौजूदगी मीटिंग में माजिद, कंबर, अकबर अली, शाहनवाज, गुलफाम, रईस, शहजाद समेत कई स्थानीय कार्यकर्ता मौजूद रहे। बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने एआईएमआईएम पार्टी के साथ मिलकर जनता की सेवा करने और क्षेत्रीय मुद्दों पर मजबूती से आवाज उठाने का संकल्प लिया। --- 

 ✍️ पत्रकार शाकिर अली की रिपोर्ट विधायक दर्पण — संपूर्ण राजनीतिक समाचार पत्रिका

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बलरामपुर कार्यक्रम में बृजभूषण शरण सिंह की टिप्पणी पर सियासी हलचल; बाबा रामदेव की प्रतिक्रिया अपेक्षित

✍️ “विधायक दर्पण” संपूर्ण राजनीतिक समाचार पत्रिका के लिए ज़मीर आलम की रिपोर्ट

 --- क्या हुआ? (समाचार-सार) बलरामपुर में आयोजित एक कार्यक्रम का एक वीडियो/क्लिप सामने आया है, जिसमें पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बाबा रामदेव पर तीखी टिप्पणी करते हुए दिखाए जाने का दावा किया जा रहा है। इस कथित टिप्पणी के सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में बहस और प्रतिक्रियाएँ तेज़ हैं। इस खबर के प्रकाशन के समय तक बाबा रामदेव की ओर से औपचारिक प्रतिक्रिया प्रत्याशित है।

 --- हमारी संपादकीय पोज़िशन (गाइडलाइंस-अनुसार) यह रिपोर्ट उपलब्ध वीडियो/प्रत्यक्ष स्रोतों के दावे पर आधारित है। हमारी टीम इस क्लिप की स्वतंत्र सत्यापन प्रक्रिया (तारीख, स्थान, पूर्ण संदर्भ, एडिटिंग/कट्स की जाँच) कर रही है।

 रिपोर्ट में प्रयुक्त आपत्तिजनक/असम्मानजनक शब्दों को केवल उद्धरण/रिकॉर्ड के रूप में माना जाए; हम ऐसे शब्दों का समर्थन नहीं करते। दोनों पक्षों के स्पष्टीकरण/प्रतिक्रिया प्राप्त होते ही रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा। पाठकों/संबंधित पक्षों से तथ्यात्मक आपत्ति/सुधार हेतु नीचे दिये संपर्क माध्यम खुले हैं।

 --- घटना का व्यापक संदर्भ
बृजभूषण शरण सिंह और बाबा रामदेव के बीच अतीत में भी तीखी बयानबाज़ी देखी गई है—

सिंह ने पहले रामदेव और पतंजलि उत्पादों पर सख़्त टिप्पणियाँ की थीं, जबकि 2023 में रामदेव ने पहलवानों के आंदोलन के दौरान सिंह की गिरफ़्तारी की माँग की थी। 

--- अभी तक क्या पुष्टि है / क्या लंबित है पुष्टि: कार्यक्रम बलरामपुर में हुआ था; वीडियो क्लिप सोशल मीडिया/मैसेजिंग चैनलों पर प्रचलन में है। 

प्रतिक्रिया: बाबा रामदेव या पतंजलि की औपचारिक प्रतिक्रिया का इंतज़ार है; प्राप्त होते ही जोड़ी जाएगी। --- क्यों मायने रखता है सार्वजनिक मंचों पर प्रभावशाली व्यक्तियों के बयान सामाजिक शिष्टाचार, संवैधानिक मूल्यों और दिव्यांगजन सम्मान से जुड़े मानकों की कसौटी पर परखे जाते हैं। ऐसी टिप्पणियाँ चुनावी/दलीय राजनीति में नैरेटिव निर्मित कर सकती हैं और समर्थक-प्रतिद्वंद्वी खेमों में ध्रुवीकरण बढ़ा सकती हैं।

 --- “विधायक दर्पण” का संपादकीय मानक तथ्य-आधारित, निष्पक्ष और सन्दर्भ-संपन्न रिपोर्टिंग। असम्मानजनक/व्यक्तिगत हमले वाली भाषा को आलोचनात्मक दूरी के साथ कवर करना; उद्धरण को उद्धरण-चिन्ह/एट्रिब्यूशन के साथ ही प्रस्तुत करना। राइट टू रिप्लाई: संबंधित पक्ष अपना पक्ष भेज सकते हैं; हम उसे प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे। 

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⚠️ कानूनी व प्लेटफ़ॉर्म-सेफ़ डिस्क्लेमर (कॉपी-पेस्ट-रेडी) डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध वीडियो/कार्यक्रम-सामग्री और प्रत्यक्ष स्रोतों के दावों पर आधारित है। “विधायक दर्पण” किसी भी व्यक्ति/संस्था की मानहानि का उद्देश्य नहीं रखता। उद्धृत असम्मानजनक शब्द केवल समाचार-रिकॉर्ड हेतु संदर्भित हैं; हम ऐसे शब्दों का समर्थन नहीं करते और न ही उनका प्रचार करते हैं। वीडियो/क्लिप की स्वतंत्र सत्यापन प्रक्रिया जारी है; संदेह होने पर पाठक ऐसी सामग्री को विवेक के साथ लें। किसी भी पक्ष की आधिकारिक प्रतिक्रिया/स्पष्टीकरण प्राप्त होने पर रिपोर्ट तुरंत अपडेट की जाएगी। तथ्यात्मक त्रुटि/आपत्ति हेतु कृपया हमें लिखे vidhayakdarpan@gmail.com।

 --- क्रेडिट्स व संपर्क रिपोर्टर: ज़मीर आलम प्रकाशक: “विधायक दर्पण” — संपूर्ण राजनीतिक समाचार पत्रिका
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🌸 बृजभूमि लौटेगी द्वापर युग की झलक में 🌸जन्माष्टमी पर योगी आदित्यनाथ ने की 30 हजार करोड़ के मास्टरप्लान की घोषणा

वृंदावन/मथुरा।

भक्ति, आस्था और उल्लास का संगम—ऐसा दृश्य शायद ही कभी देखा हो। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व जब मथुरा की पावन भूमि पर अपने चरम पर था, तभी इस पवित्र अवसर ने एक नया इतिहास रच दिया। भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृजक्षेत्र के समग्र विकास के लिए 30 हजार करोड़ रुपये की कार्ययोजना की घोषणा कर दी।

डैम्पियर नगर स्थित पांचजन्य सभागार में साधु-संतों के सान्निध्य में योगी आदित्यनाथ ने कहा—
"पांच हजार वर्षों की इस आस्था के हम साक्षी बन रहे हैं। मथुरा की रज-रज में श्रीकृष्ण बसे हैं। पूरी दुनिया भारत की आध्यात्मिक विरासत पर शोध करने के लिए उत्सुक है, और यही विरासत वैश्विक शांति व सौहार्द का मार्ग प्रशस्त करेगी।"


मथुरा की पावन माटी, द्वापर की स्मृतियां

बृजभूमि की यह माटी सिर्फ धूल नहीं, बल्कि श्रीकृष्ण की लीलाओं की साक्षी है। योगी ने कहा कि सरकार इस क्षेत्र को ऐसा स्वरूप देने के लिए प्रतिबद्ध है कि आने वाली पीढ़ियां यहां आकर द्वापर युग का आभास कर सकें।

उन्होंने भावुक शब्दों में कहा—
"हम उन कार्यों को संभव बना रहे हैं जिन्हें कभी असंभव माना जाता था। काशी विश्वनाथ धाम, अयोध्या का राम मंदिर, और विंध्यवासिनी धाम इसका जीता-जागता उदाहरण हैं।"


🚩 30 हजार करोड़ का महायोजना: बृज के चार धाम

घोषित योजना मथुरा, वृंदावन, बरसाना और गोकुल जैसे तीर्थस्थलों को जोड़कर उन्हें सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से नए आयाम देगी। इसमें परिक्रमा मार्गों का सौंदर्यीकरण, कुंडों का जीर्णोद्धार, पर्यावरण और जल संरक्षण, श्रद्धालु सुविधाएं और कनेक्टिविटी जैसी परियोजनाएं शामिल होंगी।

यह योजना न केवल बृजभूमि को एक आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र बनाएगी बल्कि स्थानीय लोगों को रोज़गार और विकास के नए अवसर भी प्रदान करेगी।


🌊 यमुना की निर्मलता और अविरलता

यमुना, जो श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं की साक्षी रही है, उसके पुनर्जीवन को लेकर योगी आदित्यनाथ ने खास संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जैसे गंगा प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से स्नान और आचमन योग्य हो चुकी है, वैसे ही डबल इंजन सरकार यमुना की अविरलता और निर्मलता को लेकर काम कर रही है।

उन्होंने बरसाना रोपवे की सुविधा को श्रद्धालुओं, विशेषकर बुजुर्गों के लिए बड़ी राहत बताया।


🎭 सज्जनों का संरक्षण और दुष्टों का संहार

योगी आदित्यनाथ ने कहा—
"भगवान श्रीकृष्ण का अवतार सज्जनों के संरक्षण और दुष्टों के संहार के लिए हुआ था। उन्होंने युद्धभूमि को धर्मभूमि में बदल दिया। उनकी निष्काम कर्म की प्रेरणा ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। जब तक यह प्रेरणा हमारे बीच है, कोई भी शक्ति हमारा अहित नहीं कर सकती।"


🏛 646 करोड़ की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 80 परियोजनाओं का लोकार्पण और 38 का शिलान्यास किया। लगभग 646 करोड़ रुपये की इन योजनाओं में शामिल हैं:

  • मथुरा-वृंदावन परिक्रमा मार्ग का सौंदर्यीकरण
  • भव्य प्रवेश द्वारों का निर्माण
  • पौराणिक कुंडों का जीर्णोद्धार
  • जल और पर्यावरण संरक्षण
  • श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा हेतु व्यवस्थाएं

👶 मुख्यमंत्री और नन्हे कान्हा

पूरे समारोह का सबसे भावुक पल तब आया जब योगी आदित्यनाथ ने राधा-कृष्ण के वेश में आए बच्चों को अपनी गोद में उठाया। उन्होंने बच्चों को खीर खिलाई, खिलौने भेंट किए और अन्नप्राशन संस्कार कराया। मुख्यमंत्री का यह सहज और स्नेहमय भाव देखकर श्रद्धालु भावुक हो उठे।


🙏 संतजनों का सम्मान और डॉक्यूमेंट्री विमोचन

कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने परमपूज्य संतजनों को पुष्पमाला, अंगवस्त्र और उपहार भेंटकर सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्होंने गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा की महिमा पर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म का विमोचन किया और निर्मात्री श्रुति अनंदिता वर्मा को सम्मानित किया।


🎉 गणमान्यों की मौजूदगी और भक्तिमय वातावरण

कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री संदीप सिंह, सांसद तेजवीर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष किशन चौधरी, महापौर विनोद अग्रवाल समेत अनेक विधायक व संतजन मौजूद रहे।

पांचजन्य सभागार का वातावरण भजन-कीर्तन और श्रीकृष्ण लीलाओं से सराबोर रहा। ऐसा लग रहा था मानो द्वापर युग पुनः जीवंत हो उठा हो।


🌺 समापन: बृजभूमि का सुनहरा भविष्य

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2025 का यह पर्व सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि बृजभूमि के सुनहरे भविष्य का शंखनाद बन गया। योगी आदित्यनाथ की 30 हजार करोड़ रुपये की यह महायोजना निश्चित ही आने वाले वर्षों में मथुरा-वृंदावन को वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र बनाएगी।

बृजभूमि, जहां कभी कान्हा ने अपनी बांसुरी से गोपियों को मंत्रमुग्ध किया था, अब विकास और भक्ति की धुनों से पूरी दुनिया को आकर्षित करेगी।


✍🏻 ज़मीर आलम, वृंदावन से विशेष रिपोर्ट
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शहीद रूपेन्द्र तोमर की प्रथम पुण्यतिथि पर बीबीपुर गांव में हुआ प्रतिमा अनावरण

बिड़ौली/झिंझाना (शामली)।

देश की मिट्टी के लिए बलिदान देने वाले वीर शहीद रूपेन्द्र तोमर की प्रथम पुण्यतिथि पर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव बीबीपुर जलालाबाद में भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर शहीद की प्रतिमा का अनावरण कर पूरे क्षेत्र ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में जहाँ एक ओर जनप्रतिनिधियों ने श्रद्धा के फूल अर्पित किए, वहीं जाट रेजीमेंट के जवानों ने शहीद के सम्मान में नारे लगाए।

सांसद इकरा हसन ने किया प्रतिमा अनावरण

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सपा सांसद चौधरी इकरा हसन ने फीता काटकर शहीद की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा—
“देश के वीर जवानों की वजह से ही हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। शहीद रूपेन्द्र तोमर भले ही हमारे बीच आज शारीरिक रूप से मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनका बलिदान हमें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। उनके परिवार के साथ आज पूरा समाज खड़ा है।”

नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

कार्यक्रम में शामली सदर विधायक प्रसन्न चौधरी और रालोद जिला अध्यक्ष चौधरी वाजिद अली सहित कई नेताओं ने शहीद को नमन किया। उन्होंने कहा कि शहीद रूपेन्द्र तोमर की शहादत न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और राष्ट्र के लिए गर्व का विषय है।

जाट रेजीमेंट का सम्मान

इस मौके पर जाट रेजीमेंट के कर्नल अजय तोमर अपनी टीम के साथ उपस्थित रहे। उन्होंने शहीद की विधवा को चैक और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। शहीद की प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित करते हुए कर्नल अजय तोमर ने “जाट बलवान, जय भगवान” के उद्घोष से उपस्थित जनसमूह में जोश भर दिया।

श्रद्धा और एकजुटता का संदेश

कार्यक्रम का संचालन श्रीपाल चौहान ने किया। इस दौरान थानाभवन से शेर सिंह राणा, राष्ट्रीय लोकदल से जुड़े कई कार्यकर्ता और सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने शहीद रूपेन्द्र तोमर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और अन्य शहीदों को भी भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम की झलकियां

📸 फोटो 1: बीबीपुर गांव में शहीद रूपेन्द्र तोमर की मूर्ति अनावरण के बाद जाट बटालियन के जवानों के साथ सांसद इकरा हसन।
📸 फोटो 2: प्रतिमा अनावरण के दौरान फीता काटती सांसद इकरा हसन।
📸 फोटो 3: शहीद की विधवा को चैक व शॉल भेंट करते कर्नल अजय तोमर, शेर सिंह राणा और सांसद इकरा हसन।


🙏 शहीद रूपेन्द्र तोमर को उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर विधायक दर्पण परिवार एवं संपूर्ण राष्ट्रीय राजनीतिक समाचार पत्रिका की ओर से शत-शत नमन और श्रद्धांजलि।

✍️ रिपोर्ट : शाकिर अली, झिंझाना (शामली, उत्तर प्रदेश)
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अटल जी का स्मरण वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा : सीएम योगी

लखनऊ, 16 अगस्त।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने लोकभवन स्थित अटल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही स्वाधीनता संग्राम सेनानी और महान वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर उन्हें स्मरण किया।

अटल जी का स्मरण : राजनीति को नई दिशा देने वाले युगपुरुष

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी का छह दशक लंबा राजनीतिक जीवन भारतीय राजनीति को नई दिशा देने वाला रहा। उन्होंने सदैव भारत के जीवन-मूल्यों और आदर्शों को सर्वोपरि रखा और यह दिखाया कि विकास का मॉडल कैसा होना चाहिए। वैश्विक मंच पर भारत और भारतीयता की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का श्रेय भी अटल जी के नेतृत्व को जाता है।

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश के लिए यह गौरव का विषय है कि अटल जी ने अपना राजनीतिक जीवन यहीं से प्रारंभ किया।

  • वर्ष 1957 में बलरामपुर से पहली बार सांसद बने।
  • लखनऊ से पांच बार लगातार सांसद चुने गए।
  • दस बार लोकसभा और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे।
  • प्रधानमंत्री के रूप में भारत की संसद में पहुंचे और देश को नई दिशा दी।

सीएम ने कहा— “अटल जी का स्मरण न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणा है बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए भी मार्गदर्शन है।”

वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी : बलिदान और साहस की प्रतिमूर्ति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीरांगना अवंतीबाई लोधी की 195वीं जयंती पर उन्हें नमन करते हुए कहा कि उन्होंने तानाशाहीपूर्ण शासन के विरुद्ध बड़ा संघर्ष किया और मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दिया। उनका यह साहस हर भारतवासी के लिए प्रेरणा है।

बदायूं में अवंतीबाई लोधी बटालियन

प्रदेश सरकार ने उनके सम्मान में बदायूं में पीएसी की नई बटालियन की स्थापना की है, जिसे वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम से समर्पित किया गया है। यह बटालियन प्रदेश की बेटियों को समर्पित है। साथ ही वहां उनकी प्रतिमा की स्थापना का कार्य भी किया जा रहा है।

इसके अलावा सरकार ने मातृशक्ति के प्रति सम्मान दिखाने हेतु अनेक कदम उठाए हैं—

  • झांसी में रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय।
  • बांदा में महारानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज।
  • लखनऊ में वीरांगना ऊदा देवी, गोरखपुर में वीरांगना झलकारीबाई और बदायूं में वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम पर नई बटालियन।

बेटियों को समर्पित मिशन शक्ति

सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार प्रदेश की बेटियों को सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए मिशन शक्ति अभियान को आगे बढ़ा रही है।

  • पिछले आठ वर्षों में 2,19,000 से अधिक पुलिस भर्ती हुई।
  • इनमें 20 प्रतिशत पद बेटियों के लिए आरक्षित रखे गए।
  • प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से महिलाओं के लिए 7 श्रमजीवी छात्रावासों का निर्माण हो रहा है।

उन्होंने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जन्मशताब्दी महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रमों का भी उल्लेख किया और कहा कि मातृशक्ति का योगदान और बलिदान सदा याद किया जाएगा।

श्रद्धांजलि और संकल्प

कार्यक्रम में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह पटेल, मेयर सुषमा खर्कवाल समेत अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने अंत में कहा—
“भारत माता की ऐसी महान विभूतियाँ और वीरांगनाएँ सदैव हमें प्रेरित करती रहेंगी। अटल जी और रानी अवंतीबाई लोधी का स्मरण केवल श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए संकल्प है।”


✍️ रिपोर्ट : ज़मीर आलम, उत्तर प्रदेश डेस्क
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झारखंड को एक और झटका : शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का निधन

झारखंड की राजनीति और शिक्षा जगत को गहरा झटका लगा है। राज्य के शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन का असामयिक निधन हो गया। उनके निधन की खबर से न सिर्फ़ झारखंड सरकार बल्कि पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। राजनीतिक और सामाजिक जीवन रामदास सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रमुख नेताओं में से एक माने जाते थे। वे हमेशा ही आदिवासी समाज, शिक्षा सुधार और पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत रहे। 

उनकी राजनीतिक यात्रा संघर्ष, जनसेवा और साफ़ छवि की मिसाल रही। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधारों की पहल की। उनका मानना था कि झारखंड की तरक्की तभी संभव है जब यहाँ की नई पीढ़ी शिक्षित और आत्मनिर्भर बने। सरकारी विद्यालयों की गुणवत्ता सुधारने से लेकर युवाओं को रोजगारोन्मुख शिक्षा देने तक, उन्होंने लगातार योजनाएँ बनाई और उन पर अमल भी किया। निधन से उपजा शून्य शिक्षा मंत्री के निधन से झारखंड की राजनीति और शिक्षा क्षेत्र दोनों में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है।

 उनकी नेतृत्व क्षमता और जुझारूपन से राज्य को काफी उम्मीदें थीं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रामदास सोरेन का जाना झारखंड मुक्ति मोर्चा और हेमंत सोरेन सरकार दोनों के लिए बहुत बड़ी क्षति है। श्रद्धांजलि का दौर राज्यभर में श्रद्धांजलि का माहौल है। सभी दलों के नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि “रामदास सोरेन न सिर्फ़ एक सक्षम मंत्री थे बल्कि आदिवासी समाज और शिक्षा सुधार के लिए समर्पित योद्धा भी थे। उनका जाना व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए अपूरणीय क्षति है।” 

 आज उनका पार्थिव शरीर रांची लाया जाएगा जहाँ अंतिम दर्शन के लिए आमजन और नेताओं की भीड़ उमड़ेगी। राज्य सरकार ने पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी की है। समाज में गहरी पैठ रामदास सोरेन साधारण परिवार से निकलकर राजनीति की ऊँचाइयों तक पहुँचे थे। यही वजह है कि वे सिर्फ़ एक राजनेता नहीं बल्कि जनता के सच्चे सेवक के रूप में जाने जाते रहे। उनकी सहजता और सरल स्वभाव ने उन्हें आम जनता से जोड़ रखा था। --- 

 🙏 झारखंड की धरती ने आज अपना एक कर्मठ सपूत खो दिया। विधायक दर्पण परिवार एवं संपूर्ण राष्ट्रीय राजनीतिक समाचार पत्रिका दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता है। ईश्वर उनके परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। 

 ✍️ रिपोर्ट : ज़मीर आलम, झारखंड डेस्क 📩 vidhayakdarpan@gmail.com 🌐 www.vidhayakdarpan.in #vidhayakdarpan --- 

भव्य तिरंगा यात्रा: स्योहारा से नूरपुर गोहावर तक देशभक्ति का अद्भुत नज़ारा, मुख्य अतिथि रहे शमीम अल्वी

स्योहारा/बिजनौर, उत्तर प्रदेश।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्योहारा से नूरपुर गोहावर तक एक भव्य और ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा भाजपा नीति मंच श्रम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अरशद मालिक के नेतृत्व में निकाली गई,

जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक देशभक्ति के रंग में रंगे नज़र आए। यात्रा में देश की आन, बान और शान—तिरंगे—की शान बढ़ाते हुए, विभिन्न स्थानों पर लोगों ने फूल बरसाकर और जयकारों से स्वागत किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा नीति मंच श्रम प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय शमीम अल्वी ने शिरकत की। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सर्व धर्म एकता का संदेश दिया है, जिसके चलते आज सभी भारतीय जाति और धर्म से ऊपर उठकर भाईचारे के साथ तिरंगा यात्रा में शामिल हो रहे हैं।

शमीम अल्वी ने अपने संबोधन में कहा,

“आज देश और प्रदेश में अपराध मुक्त शासन है, डर का माहौल समाप्त हो रहा है। पहले की सरकारें हिंदू-मुस्लिम दंगों के सहारे सत्ता में आती थीं, जिससे समाज में नफरत फैलाई जाती थी। लेकिन भाजपा सरकार ने हमें सभ्य समाज और एकजुट भारत का रास्ता दिखाया है।

हम सभी भारतीयों का कर्तव्य है कि 2027 और 2029 के चुनाव में भी भाजपा की मजबूत सरकार बनाने में योगदान दें, ताकि आज़ादी का पर्व हर घर और हर गली में तिरंगे के साथ मनाया जा सके।”

तिरंगा यात्रा के दौरान देशभक्ति गीत, वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारों से पूरा मार्ग गूंज उठा। बच्चे, युवा और बुजुर्ग—सभी तिरंगे में लिपटे हुए गर्व से कदम मिला रहे थे।

यात्रा में भाजपा नीति मंच श्रम प्रकोष्ठ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हाजी अलीमुद्दीन, प्रदेश अध्यक्ष अरशद मलिक, राष्ट्रीय मंत्री फुरकान अहमद, मंडल उपाध्यक्ष दिलशाद, जिला अध्यक्ष बिजनौर शमशाद अहमद, राष्ट्रीय संगठन मंत्री अमर सैनी सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल रहे।

इस यात्रा ने न केवल स्वतंत्रता दिवस की महिमा को बढ़ाया, बल्कि एकजुट भारत की मिसाल भी पेश की।

रिपोर्ट: पत्रकार शमशाद मालिक
स्रोत: विधायक दर्पण संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका
स्थान: स्योहारा, बिजनौर, उत्तर प्रदेश
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