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आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह जी ने प्रेस कांफ्रेंस में केंद्र सरकार द्वारा देश की सम्पत्तियो को लगातार बेचने पर आक्रामक रूप से विरोध करते हुए कहा की मोदी सरकार अपने कार्यकाल मे लगातार देश की सम्पत्तियों को बेच रही है ।


आज दिनांक 26/2/2021 को मेरठ के चैम्बर ऑफ कॉमर्स में  आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह जी ने प्रेस कांफ्रेंस में केंद्र सरकार द्वारा देश की सम्पत्तियो को लगातार बेचने पर आक्रामक रूप से विरोध करते हुए कहा की मोदी सरकार अपने कार्यकाल मे लगातार देश की सम्पत्तियों को बेच रही है । पुरखो की विरासतो को बेचने वाला कपूत कहलाता है और बढ़ाने वाला सपूत कहलाता है ।

सांसद संजय सिंह ने देश के लोगो से अपील की कि अगर इसका विरोध नही किया गया तो ये लोग देश को पुरी तरह से बेचकर झोला उठाकर चले जायेंगे और आप और हम किसी प्राइवेट लिमिटेड के अधीन होकर रह जायेगे ।

केन्द्र सरकार कृषि बिल की आड़ मे किसानो की जमीन, खेती को बेचने का षडयंत्र है ।

इस बिल से वो चंद पूँजीपतियो के लाभ के लिए भंडारण कराकर किसान की फसल को मुंहमांगी कीमत पर बेचने का षडयंत्र रच रहे हैं जिससे आम जनमानस के लिए पेट भरना दूभर हो जायेगा ।

संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए बताया की अगर भाजपा सरकार का कृषि बिल किसानो के लिए वाकई लाभदायक है तो योगी जी उत्तर प्रदेश मे पंचायत चुनाव को सिम्बल पर कराये और गांव गांव जाकर कृषि बिल के फायदे किसानो को बताएं ।

28 फरवरी को मेरठ मे होनी वाली किसान महापंचायत को लेकर संजय सिंह जी ने बताया कि पुरे पच्छिमी उत्तर प्रदेश से भारी संख्या मे किसान नेता ,खाप पंचायत सदस्यो सहित हजारो किसान दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी के संबोधन मे हिस्सा लेने पहुँच रहे है ।


सुशील कुमार पटेल 

जिला मीडिया प्रभारी

9927222200

9412152200

काले कृषि कानून की वापसी तक संघर्ष करेगी आप- सभाजीत सिंह


विधायकों और पदाधिकारियों ने भी गांव-गांव जनसंपर्क अभियान तेज किया।

मेरठ 25 फरवरी आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष  सभाजीत सिंह ने  कहा कि काले कृषि कानून की वापसी तक किसानों के साथ मिलकर आम आदमी पार्टी संघर्ष करेंगे, उन्होंने कहा कि कृषि कानून देश के किसानों को अपने ही खेत में मजदूर और चंद पूंजीपतियों के हाथों देश का किसान गुलाम बन जाएगा।

 आज शाम प्रदेश अध्यक्ष जी ने पुराना हापुड़ अड्डा में कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर महा संपर्क अभियान की शुरुआत किया।श्री सिंह जनपद के हस्तिनापुर विधानसभा में  बाबा विरसा सिंह का डेरा, भगवानपुर खादर सहित कई गांव में किसानों के साथ बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही उन्होंने किसानों से अपील किया किसान महापंचायत में भारी संख्या में शामिल हो।  श्री सिंह आज अलग-अलग क्षेत्रो पर जाकर लोगों से 28 फरवरी को रोहटा बायपास मेरठ में होने वाले किसान महापंचायत आने के लिए लोगों से अपील किया।  उन्होंने बताया कि जिस दिन से यह काला कानून की शुरुआत हुई है उसी दिन से हमारे उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं सांसद माननीय संजय सिंह जी के द्वारा इस काले बिल का विरोध में माइक तोड़ा है जिसके कारण उन्हें संसद से निलंबित होना पड़ा था  जिसके विरोध में उन्होंने संसद के अंदर धरना दिया है उपवास किया था।  जब जब मोदी और योगी सरकार ने किसानों पर जुल्म करने की सोची माननीय मुख्यमंत्री केजरीवाल जी और सांसद माननीय संजय सिंह जी और एक एक आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता तन मन धन से किसानों की सेवादार के रूप में सेवा करने का काम किया है और आगे भी इसी प्रकार सेवा में काम करते है। आज श्री सभाजीत सिंह जी के साथ महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव, उपाध्यक्ष निशा निगम, जिला महासचिव अभिषेक द्विवेदी, महिला प्रकोष्ठ के महासचिव इलाहाबाद सानिया मिर्जा के साथ मुरलीपुर, लखवाया, सलारपुर,सरधना आदि गांव का भ्रमणकर किसान महापंचायत में आने का आह्वान किया। उपाध्यक्ष गौहर रजा सिद्दीकी, आरिफ खान, फारुख किदवई, चाँद खान, शारिक त्यागी, नवेद खान, अनमोल कुमार, पदम सिंह आदि प्रमुख रहे ।

*विधायकों और पदाधिकारियों ने भी गांव-गांव जनसंपर्क अभियान तेज किया*



आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित किसान महापंचायत को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिल्ली विधानसभा के कई विधायक और आम आदमी पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों ने गांव गांव डेरा डाला जनसंपर्क अभियान तेज किया 

केजरीवाल जी की किसान महापंचायत को लेकर दिल्ली के विधायक नरेश बालियान, विधायक हाजी यूनुस, विधायक नरेश यादव,प्रदेश सह प्रभारी अभिनव राय,वरिष्ठ उपाध्यक्ष सोमेंद्र ढाका, प्रदेश सचिव अंकुश चौधरी, प्रदेश सचिव मेरठ प्रभारी नवाब सोनी,  यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष फैसल वारसी, छात्र विंग के प्रदेश अध्यक्ष बंसराज दुबे, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉक्टर गुरमिंदर सिंह,प्रदेश सचिव विनय पटेल, सोशल मीडिया प्रभारी सुशील पटेल आदि सभी ने पूठखास, जटपुरा,  डूंगर आदि आसपास के इलाकाई गांव में भ्रमण किया और पर्चे बांटे और लोगों से अपील किया की भारी मात्रा में किसान महापंचायत में सभी लोग पहुंचे।



अभिषेक द्विवेदी

  महासचिव

आम आदमी पार्टी, मेरठ

भाजपा जाट को जाट से लड़ाना चाहती है ----उपेंद्र चौधरी


कुंडू खास उत्तर प्रदेश के बाबा उपेंद्र चौधरी ने अपने आवास पर किसानों की एक बैठक को संबोधित करते हुए सौरव गांव में हुए भाजपा नेताओं व किसानों के बीच संघर्ष को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी जानबूझकर जाट को जाट से लड़ाना चाहती है ऐसे में सभी जाट भाइयों को खासकर कहना चाहूंगा कि सचेत रहें और किसी भी तरह के उनके उकसावे में ना आए क्योंकि यह आंदोलन जाट का नहीं पूरे किसान बिरादरी का है लेकिन भाजपा जानबूझकर इसको जाट आंदोलन बनाकर जाट को जाट से लड़ाना चाहती है यही उसकी असली रणनीति है हमको इसको किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने देना क्योंकि आपको याद होगा कि 2013 के दंगे में जाट बना मुसलमान बना दिया हरियाणा में जाट आरक्षण के दौरान जाट बनाम 35 को बढ़ा दिया अब 2021 में जाट से जाट को लड़ाने की तैयारी है क्योंकि इससे पूर्व भी यह जाट बनाम गुर्जर करने का प्रयास कर चुके हैं जो कि गुर्जर समाज के सामाजिक लोगों ने कामयाब नहीं होने दी आप हमें भी इसी तरीके से जाट से जाट को नहीं लड़ने देना है आपको बताना चाहूंगा कि उत्तर प्रदेश हो या हरियाणा राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के बावजूद क्यों नहीं 2013 के दंगे व जाट आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की जांच सीबीआई से नहीं करा पाई इससे साफ प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं इसमें बीजेपी के नेताओं की भागीदारी रही है अन्यथा सीबीआई जांच कराने में क्या आपत्ति होती यादों में इतना सब कुछ जानते हैं और फिर भी भाई से भाई लड़ जाए तो वाकई हमारे लिए डूब मरने की बात होगी अब अपना पूरा ध्यान किसान आंदोलन को सफल बनाने में लगाना है ऐसे में हम अपील करते हैं कि सभी किसान भाई संयम बरतें और भाजपा नेताओं के साथ बहस बाजी से बचें क्योंकि हमें किसी भी कीमत पर इनको इनकी चाल में कामयाब नहीं होने देना है यदि यह अपनी चाल में कामयाब हो गए तो हमारा आंदोलन टूटेगा और यदि यह इस बार भी विफल हो गए तो निश्चित रूप से हमारा आंदोलन कामयाब होगा क्योंकि यह आंदोलन जाट का नहीं किसान बिरादरी के साथ-साथ असल नकल और फसल का आंदोलन है सही मायने में माने तो यह किसान का आखिरी आंदोलन है जीते तो कभी आंदोलन की आवश्यकता नहीं होगी और दुर्भाग्य से यदि हार गए तो कभी आंदोलन करने की हिम्मत भी नहीं उठा पाएंगे किसान तो इसलिए हम सबको मिलकर एक प्रयास करना होगा कि किसी भी कीमत पर जाट से जाट की लड़ाई ना हो या यूं कहिए कि किसान और भाजपा के कार्यकर्ताओं की लड़ाई को किसी भी कीमत पर रोका जाएगा तभी तीन काले कानूनों  कृषि कानूनों पर जीत हासिल होगी और आने वाली नस्लों की पेट भरने की निश्चित रूप से गारंटी बनेगी अन्यथा अंक इस लड़ाई में गरीब के पेट की लड़ाई में रोटी की लड़ाई में यह पूंजीपति जीत जाएंगे हम सबको मिलकर किसी भी कीमत पर इन पूंजी पतियों को हराना है गरीब और मजदूर किसानों की इस लड़ाई को निश्चित रूप से हमें कामयाब बनाना है इसी आवान के साथ साथ सभी बैठक में मौजूद किसानों से संयम बरतने का आह्वान भी किया बैठक में अनेकों किसान मौजूद रहे

उत्तर पूर्वी दिल्ली सांसद मनोज तिवारी को जन्मदिन की मुबारकबाद देने उनके आवास पर पहुँचे युवा नेता उबैद उर रहमान

 


उत्तर पूर्वी दिल्ली के लोकप्रिय सांसद माननीय श्री मनोज तिवारी जी को उनके आवास पर मिलकर जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी !!!

सांसद जी आप जियो हज़ारों साल ,साल के दिन हो पचास हज़ार !!!! जन्मदिवस की ढेरों शुभकामनाएं !!!

सड़कों पर किले गढ़वा कर पुलिस के हाथों में स्टील की रोड देकर सीसी से रोड को पूर्णता बंद करवा कर कटीले तार लगाकर किसानों को उकसाना बंद करें केंद्र सरकार- उपेंद्र चौधरी


कुंडू खाप उत्तर प्रदेश के   बाबा उपेंद्र चौधरी ने  कहां की केंद्र सरकार पुलिस के हाथों में स्टील के रोड देकर सड़कों पर पक्के सीसी के ऊंचे  ऊंचे  बैरी  गेट बनवाकर सड़कों में किले  फिक्स कराकर और कटीले तार लगाकर मैं अपने नेताओं से गलत बात बयानबाजी कराकर किसानों को उकसाना बंद करें अन्यथा एक बार फिर असामाजिक तत्व उठा सकते हैं इसका फायदा जिन धरना  स्थलों पर में खासकर गाजीपुर बॉर्डर के बाद करना चाहूंगा  जहां धरना शुरुआत से लेकर आज तक एंबुलेंस के लिए विशेष रास्ते का प्रबंध किया गया था  सरकार द्वारा उस रास्ते को भी बंद कर दिया था आज जिस रास्ते से ना जाने कितनी जिंदगी रोज बस्ती थी अब उनको अलग राष्ट्र से घूम कर जाना पड़ेगा जिससे ना जाने कितने ऐसे मरीजों को जो जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ेगा और इस सब का जिम्मेदार  दिल्ली पुलिस प्रशासन  मैं केंद्र सरकार होगी केंद्र सरकार की मंशा केवल इतनी है कि आप जनता के बीच में  किसानों को बदनाम किया जाए  मैं आज सिर्फ किस केंद्र सरकार को चुना कहना चाहता हूं कि किसानों को उकसाना बंद करें  और तीन काले कानूनों को वापसी लेने के साथ-साथ एमएसपी खरीद की गारंटी एवं संपूर्ण खरीदारी पर कानून बनाकर अतिशय इस आंदोलन को खत्म कराने का कष्ट करें अन्यथा एक बार फिर असामाजिक तत्व किसान आंदोलन की हड़ताल में अपने मंसूबों को कर सकते हैं कामयाब क्योंकि आपके द्वारा दिल्ली पुलिस के हाथ में दी गई स्टील की रोड कोई शांति की मशाल नहीं  किसान क्रांति में एक चिंगारी का काम कर सकती है इस चिंगारी को दबाए रखने के लिए केवल एक ही समाधान है तीन कानून वापसी  फिर यह आपके द्वारा सड़कों पर लगाए गए किले आग में घी का काम करने का काम कर रहे हैं तो इनकी लोगों से छुड़वाया जाए और जिस तरह चल रही थी तब तक चलने दें यदि आप चीन कानून वापसी नहीं ले सकते  कम से कम किसानों को उकसाने का काम न करे किसान जिस तरह शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन कर रहे हैं उनको अपना करना दे  इस तरह बीच-बीच में  शक्ति की बात कर दिखावा कर उनको उकसाने का काम सरकार कर रही है यह किसी भी हालत में  उचित नहीं है बाद की बात करना चाहूंगा एक खाप चौधरी होने के नाते आज मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि बड़ा दिल दिखाते हुए किसानों की असल और नस्ल की इस लड़ाई को मद्देनजर ध्यान में रखते हुए देश का प्रधानमंत्री आगे

आए और तीनों काले कानूनों को वापिस ले और एमएसपी खरीद पर कानून बनाएं ताकि किसानों की आने वाली नस्लें भी पेट भर खाना खा सके और इतना ही नहीं देश की हर प्रत्येक नागरिक को खाना मिल सके अन्यथा  आपकी  इस  वर्तमान कार्यप्रणाली के चलते वह दिन दूर नहीं जिसे आज सब अन्नदाता कहते हैं और अन्नदाता स्वामी सहजानंद सरस्वती ने कहा था अन्नदाता भगवान से कम नहीं होता इसलिए मैं आपसे अनुरोध करना चाहता हूं कि अन्नदाता से खिलवाड़ बंद करें अन्नदाता की हाय एक दिन बीजेपी को जरूर ले डूबेगी इतना ही नहीं कुछ ए समय तक 26 जनवरी की तरह एक बार फिर आप किस दमनकारी नीति के चलते जिसमें आपने सड़कों पर नौटंकी की है उस का नाजायज फायदा उठा सकते हैं या फिर किसानों का उतारने का काम भी कर सकते हैं यदि ऐसा होता है तो इस सब की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी कभी उनके विधायक अनाप-शनाप बोलते हैं अपने गुंडों के साथ धरने पर बैठे सीधे-साधे बुजुर्ग बच्चे और महिला किसानों को पीटने का काम करते हैं तो कभी टीवी चैनल पर बैठे उनके प्रवक्ता अब शब्दों का इस्तेमाल करते हैं यह सब आंदोलन को शांत करने की दिशा में नहीं उकसाने की तरफ आग में घी का काम कर रहा है इसलिए मैं बताना चाहता हूं कि

सरकार को इस तरह की सभी अपनी मानसिकता को बगल रखा गया है किसानों से वार्ता करें और तीनों कानून काले कानूनों को वापिस ले आज बैठक में उपस्थित सभी किसान भाइयों से अनुरोध किया गया कि जहां जहां भी जिस बॉर्डर पर जिस एरिया में किसानों की आवश्यकता हो कोई रैलियों धरना प्रदर्शन हो और संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा समय-समय पर दिए जाने वाले दिशा निर्देशों का पालन करते हुए अधिक से अधिक संख्या में उसने का काम करें क्योंकि वर्तमान सरकार ऐसा लगता है किसान मजदूर कि नहीं भारतीय कि नहीं गोरे अंग्रेजों के बजाय अब काले अंग्रेजों की सरकार है अंग्रेजों की सरकार को उखाड़ने के लिए हम एक लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी थी आमीन काले अंग्रेजों की सरकार या यूं कहिए कि अदानी अंबानी की सरकार को झुकाने के लिए उखाड़ फेंकने के लिए एक लंबे संघर्ष की और बढ़ रहे हैं जिसको जीतने के लिए हमें हर संभव प्रयास करने पड़ेंगे एकजुटता बनाए रखने की आवश्यकता पड़ेगी इसलिए सरकार के प्रत्येक मंसूबे जो आपस में फूट डालने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे हैं उन को नाकाम करते हुए हम सबको यह आंदोलन जीत नहीं होगा क्योंकि आंदोलन आंदोलन नहीं है यह जन जन का आंदोलन है यह असल नस्ल का आंदोलन है आने वाले भविष्य का आंदोलन है