गढ़ी-परतापुर, बांसवाड़ा | 1 जुलाई 2025
"गरीबी का मुख्य कारण वोट का गलत इस्तेमाल है, और इसका समाधान सिर्फ बसपा में है।" — यह संदेश राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी की एक अहम बैठक के दौरान गूंजा, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर 'बसपा चली गांव की ओर' अभियान के तहत बूथ स्तर तक मजबूत संगठन खड़ा करने का संकल्प लिया।
ग्राम्य भारत में बहुजन चेतना की मशाल
बांसवाड़ा जिले के गढ़ी-परतापुर क्षेत्र में आयोजित इस विधानसभा स्तरीय बैठक में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर बूथ कमेटियों का गठन किया गया। बैठक में परम आदरणीय बहन कुमारी मायावती जी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, बसपा एवं पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश) के दिशा-निर्देशों को साझा करते हुए उन्हें जन-जन तक पहुंचाने की अपील की गई।प्रमुख नेताओं के प्रेरणादायक वक्तव्य:
🔷 माननीय नर्मदा प्रसाद अहिरवार (केंद्रीय स्टेट कोऑर्डिनेटर व प्रदेश प्रभारी, राजस्थान) ने दो टूक कहा:"गरीब, मजदूर, पिछड़े, दलित वर्ग की हालत वोट की राजनीति से ही जुड़ी है। जब तक वोट बसपा को नहीं मिलेगा, तब तक हक और हुकूमत दूर रहेंगे। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जो अधिकार दिलवाए, उन्हें जमीनी हकीकत में बदलने का काम बसपा ने किया है।"
🔷 एडवोकेट प्रेम बारूपाल (प्रदेश अध्यक्ष, बसपा
राजस्थान) ने जोश भरते हुए कहा:"गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में बसपा मजबूत कैडर खड़ा कर रही है। पंचायती राज चुनाव में हर सीट पर बसपा उम्मीदवार उतारेगी और नीले झंडे को विजयी करेगी।"
🔷 एड. बनवारी लाल बेरवा (केंद्रीय कोऑर्डिनेटर) ने संकल्प लिया कि:
"हम बाबा साहब और मान्यवर कांशीराम जी के सामाजिक व आर्थिक समानता के सपनों को हर हाल में पूरा करेंगे।"
🔷 एड. जगदीश चंद्र पाल (प्रदेश महासचिव) ने दावा किया:
"बसपा का बूथ स्तर तक कैडर सक्रिय है। कार्यकर्ता पोलिंग बूथों पर मुस्तैदी से डटे हुए हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में राजस्थान में बसपा की सरकार बनना तय है।"
नई ज़िम्मेदारियाँ और संगठन विस्तार
बैठक के दौरान बापूलाल गणावा को बांसवाड़ा जिले का जिला प्रभारी मनोनीत किया गया।
स्थानीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता
इस महत्वपूर्ण बैठक में अनेक जमीनी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की भागीदारी रही, जिनमें प्रमुख हैं:
दिनेश यादव (जिला महासचिव), विनोद यादव (जिला प्रभारी), एड. भावेश यादव (जिलाध्यक्ष), देवीलाल यादव, वजेग, कालू जी, कमलेश लोडदा, प्रकाश यादव, वलमा बोरी, राजेन्द्र यादव, रतनलाल सेमलिया, धुलिया, कुरिया नवागाँव, दिनेश मसोटीया आदि।
संगठन में नई ऊर्जा, कार्यकर्ताओं में नया जोश
बैठक के अंत में यह स्पष्ट संदेश गया कि बसपा अब सिर्फ एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की जनआंदोलन बन चुकी है।“बसपा चली गांव