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कांग्रेस संगठन सृजन अभियान: निष्ठावान कार्यकर्ताओं को मिलेगी अहम जिम्मेदारी
रुड़की/पिरान कलियर।
कांग्रेस पार्टी ने अपने संगठन सृजन अभियान के तहत कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद और रायसुमारी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसी क्रम में पिरान कलियर विधानसभा क्षेत्र में एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जहाँ कांग्रेस पर्यवेक्षक राजेश तिवारी ने कार्यकर्ताओं से चर्चा की और जिलाध्यक्ष पद को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
गंगनहर किनारे स्थित विधायक हाज़ी फुरकान अहमद के कैम्प कार्यालय पर आयोजित इस बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि संगठन की कमान किसी ऐसे व्यक्ति के हाथ में सौंपी जाए, जो ज़मीनी स्तर पर सक्रिय हो, जनता से जुड़ा हुआ हो और संगठन की मजबूती के लिए निष्ठा व समर्पण के साथ काम कर सके।
कार्यकर्ताओं को मिली खुली छूट
पर्यवेक्षक राजेश तिवारी ने कहा कि कांग्रेस का यह प्रयास है कि “नेता कार्यकर्ताओं पर थोपे न जाएं, बल्कि कार्यकर्ता अपने नेता को चुनें।” यही लोकतांत्रिक व्यवस्था की असली ताकत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिलाध्यक्ष पद के लिए अब तक 16 लोगों ने आवेदन किया है, जिससे यह सिद्ध होता है कि कांग्रेस में नेतृत्व करने वालों की कमी नहीं है।
हालाँकि तिवारी ने यह भी संकेत दिए कि केवल आवेदन भरने वालों को ही प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। पार्टी अपने स्तर से गहन मॉनिटरिंग कर रही है और एक गोपनीय सर्वे भी चल रहा है। ऐसे में यह पूरी संभावना है कि कोई ऐसा कार्यकर्ता, जिसने आवेदन न किया हो लेकिन जो संगठनात्मक दृष्टि से अधिक सक्षम और ईमानदार हो, उसे भी यह अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
भाजपा को चुनौती देने वाला नेतृत्व चाहिए
राजेश तिवारी ने कहा कि आज की राजनीतिक परिस्थितियों में कांग्रेस को ऐसा जिलाध्यक्ष चाहिए, जो न केवल कार्यकर्ताओं को जोड़ सके बल्कि भाजपा जैसी सशक्त विपक्षी पार्टी का मुकाबला भी मजबूती से कर सके। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे अपनी राय निर्भीक होकर रखें, ताकि पार्टी नेतृत्व सही फैसले तक पहुँच सके।
विधायक हाजी फुरकान अहमद का संदेश
विधायक हाजी फुरकान अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि कार्यकर्ताओं और जनता ने उन्हें लगातार तीन बार विधायक चुनकर जिस विश्वास का परिचय दिया है, उसके प्रति वे आभारी हैं। उन्होंने कहा कि अब उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह है कि कांग्रेस को एक ऐसा जिलाध्यक्ष मिले, जो पार्टी को मजबूती दे सके और आगामी चुनावों में कांग्रेस को जीत की राह दिखा सके।
उन्होंने विश्वास जताया कि अगर संगठन सशक्त होगा, तो आने वाले समय में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकेगा।
बैठक का संचालन
कार्यक्रम की अध्यक्षता जोधराज सैनी ने की और संचालन साहिल राणा ने किया। बैठक में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे और सभी ने कांग्रेस संगठन सृजन अभियान के प्रति अपना उत्साह प्रकट किया।
✍️ खास रिपोर्ट:
तसलीम अहमद
रुड़की, उत्तराखंड
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हरिद्वार कुंभ 2027: धामी सरकार की बड़ी चुनौती, विपक्ष भी रख सकता है सवाल
हरिद्वार।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सचिवालय में कुंभ मेला 2027 की तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी गढ़वाल के जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि भव्य और दिव्य कुंभ राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी स्थायी प्रकृति के कार्य अक्टूबर 2026 तक पूरे हो जाएं।
सरकार की प्राथमिकताएं
सीएम धामी ने कहा कि भीड़ का दबाव कम करने के लिए नए घाटों का निर्माण, कांगड़ा घाट का विस्तार और मौजूदा घाटों की मरम्मत तेजी से की जाए। साथ ही बहादराबाद–श्यामपुर बाईपास का काम समय से पूरा कर मेले में यातायात सुचारु बनाया जाए। उन्होंने शहरी स्वच्छता, महिला सुविधाएं और स्वास्थ्य सेवाओं को भी सुदृढ़ करने पर जोर दिया।
सुरक्षा और तकनीकी इंतजाम
धामी ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया कि प्रत्येक घाट पर लाइफगार्ड, सुरक्षा रस्सी और मोटर बोट उपलब्ध हों। मेला क्षेत्र में कंट्रोल रूम, ट्रैफिक प्लान, मोबाइल ऐप और सूचना केंद्र जैसी डिजिटल सेवाएं लागू की जाएं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और अनुभव को प्राथमिकता दी जाए।
विपक्ष का संभावित रुख
राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि विपक्ष इस पूरे मुद्दे पर सरकार को घेर सकता है। पिछले कुम्भ आयोजन में आई यातायात और सफाई व्यवस्थाओं की खामियां विपक्ष बार-बार उठाता रहा है। ऐसे में 2027 का आयोजन धामी सरकार के लिए एक बड़ी राजनीतिक परीक्षा भी साबित हो सकता है। विपक्ष यह भी सवाल उठा सकता है कि क्या इतने बड़े स्तर पर चल रही परियोजनाओं को समय पर पूरा किया जा पाएगा और क्या इसमें भ्रष्टाचार या संसाधनों की बर्बादी तो नहीं होगी।
प्रशासनिक तैयारी
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि कांगड़ा घाट और महिला घाट का विस्तारीकरण तथा मां मनसा देवी व मां चंडी देवी पैदल मार्ग के सुधार हेतु डीपीआर तैयार है। वहीं एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा कि 5 लाख वाहनों की पार्किंग क्षमता विकसित की जा रही है और दिल्ली व मुजफ्फरनगर से आने वाले वाहनों के लिए विशेष पार्किंग स्थल चिन्हित किए गए हैं।
निष्कर्ष
यह स्पष्ट है कि हरिद्वार कुंभ 2027 केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से भी एक बड़ी कसौटी है। यदि सरकार तय समय सीमा के भीतर सभी कार्य पूरे कर पाती है तो यह धामी सरकार की बड़ी उपलब्धि होगी, अन्यथा विपक्ष इसे विफलता के रूप में भुनाने में देर नहीं करेगा।
✍️ "विधायक दर्पण" संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका के लिए हरिद्वार से पत्रकार तसलीम अहमद की खास रिपोर्ट#VidhayakDarpan
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