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यूपी में स्टार्टअप क्रांति – मुख्यमंत्री योगी का विज़न

लखनऊ।

उत्तर प्रदेश की राजधानी में आयोजित सीएसआईआर स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2025 ने राज्य में नवाचार और उद्यमिता की नई इबारत लिख दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर स्पष्ट संदेश दिया – “हम केवल नीतियां नहीं बना रहे, बल्कि हर युवा, वैज्ञानिक और उद्यमी के विचार को पंख दे रहे हैं। सरकार हर योग्य स्टार्टअप के साथ खड़ी है।”

कार्यक्रम के दौरान सीएसआईआर के प्रमुख संस्थानों – एनबीआरआई, सीडीआरआई, आईआईटीआर और सीमैप के साथ कई स्टार्टअप्स के बीच एमओयू और एमओए का आदान-प्रदान हुआ। हर्बल लिक्विड सिन्दूर, नैनो सीरम, माइक्रोबियल इनोकुलेण्ट और पिंक गोल्ड टी जैसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स लॉन्च कर वैज्ञानिकों और उद्यमियों ने अपनी क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया।

यूपी बना "फियरलेस बिजनेस" हब

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साढ़े आठ सालों में उत्तर प्रदेश ने सुरक्षा और बिजनेस-फ्रेंडली माहौल स्थापित किया है। यही कारण है कि आज राज्य फियरलेस बिजनेस और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का केंद्र बन चुका है।
“ट्रस्ट ऑफ डूइंग बिजनेस” अब उत्तर प्रदेश की नई पहचान है, जो निवेशकों को प्रदेश की ओर आकर्षित कर रही है।

स्टार्टअप इकोसिस्टम में तेजी

भारत स्टार्टअप्स की संख्या में दुनिया में तीसरे स्थान पर पहुंच चुका है, और इसमें उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है।

  • प्रदेश में 17,000 से अधिक स्टार्टअप्स सक्रिय हैं।
  • इनमें 08 यूनिकॉर्न और 72 इनक्यूबेटर्स के साथ 07 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए गए हैं।
  • सरकार ने इनक्यूबेटर्स को प्रोत्साहित करने के लिए 137 करोड़ रुपये की सहायता दी है।

मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि फार्मा और बायोटेक के क्षेत्र में स्टार्टअप्स को और तेजी से काम करना होगा, ताकि उत्तर प्रदेश इनका वैश्विक हब बन सके।

लैब से उद्योग तक – नया मॉडल

योगी ने कहा कि पहले रिसर्च लैब से बाहर नहीं निकल पाता था, लेकिन अब ‘लैब टू लैंड’ और ‘लैब टू इंडस्ट्री’ मॉडल से शोध सीधे किसानों और उद्योगों तक पहुंच रहा है।
वैज्ञानिकों के शोध अब किसानों की आमदनी बढ़ा रहे हैं और आमजन के जीवन में व्यापक परिवर्तन ला रहे हैं।

एमएसएमई और ओडीओपी से जुड़ी उपलब्धियां

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रदेश की परंपरागत ताकत एमएसएमई और ओडीओपी का भी उल्लेख किया।

  • उत्तर प्रदेश में 96 लाख एमएसएमई यूनिट्स सक्रिय हैं, जिनसे करीब 10 करोड़ लोगों की आजीविका जुड़ी है।
  • प्रदेश के 77 उत्पादों को जीआई टैग मिला है, जिससे इनकी वैश्विक मांग बढ़ी है।

केंद्र सरकार का सहयोग और विज़न

कार्यक्रम में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि देश का पहला क्वांटम सेंटर नोएडा में स्थापित किया जाएगा। साथ ही यूपी में एक बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की योजना है।

डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि आज 60% स्टार्टअप्स महिलाओं के नेतृत्व में चल रहे हैं और छोटे कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों से भी स्टार्टअप्स तेजी से उभर रहे हैं।


निष्कर्ष

सीएसआईआर स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2025 ने यह साबित कर दिया कि उत्तर प्रदेश सिर्फ उपभोक्ता राज्य नहीं रहा, बल्कि नवाचार और उद्योग का नया केंद्र बन चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विज़न है – हर शोध उत्पादन बने, हर उत्पादन उद्योग बने और हर उद्योग भारत की शक्ति बने।


✍ विशेष रिपोर्ट: ज़मीर आलम
विधायक दर्पण
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