झिंझाना 17 सितंबर। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस को राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाते हुए युवाओं ने पीएम का पुतला दहन कर अपनी भड़ास निकाली। खुफिया विभाग एवं पुलिस मामले से पूरी तरह से बेखबर है।
भारतीय समाज रक्षक युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस कोरी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार टीम ने नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस को राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रुप में मनाया। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रिंस पारस कोरी के आवास पर गांव दरगाह पुर में बैठक का आयोजन हुआ,जिसमे बेरोजगारी के मुद्दे पर चर्चा हुई। बैठक में आगामी किसी भी चुनाव में
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का विरोध करने का निर्णय लिया गया। मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पारस कोरी ने कहा कि जिस प्रकार सरकार निजीकरण कर रही है, वह युवाओं के हित में नहीं है। सरकार चाहे केंद्र में हो या राज्य में एक ही नीति से काम कर रही है। जिस प्रकार देश की सारी संपत्ति को बेचा जा रहा है वह बिल्कुल गलत है। 70 साल के
इतिहास में जब भी भाजपा सरकार सत्ता में आई है उसमें अटल बिहारी वाजपेई की सरकार हो या नरेंद्र मोदी की सरकार हो तभी उन्होंने देश की संपत्ति को बेचा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी नौकरियां बंद कर 5 साल की संविदा पर रखे जाने का पुरजोर विरोध करने की घोषणा की है। कोरी ने सरकार से मांग की है कि सरकार जल्द नए पद सृजित करे और उन पर जल्द से जल्द नियुक्ति हो। कोरी ने कहा कि भारतीय समाज रक्षक मोर्चा परिवार उत्तर प्रदेश में समाजवादी
विचारधारा पर काम कर रहा है। और 2022 में माननीय अखिलेश यादव जी की सरकार दोबारा बनने पर कैबिनेट की पहली मीटिंग में ही 5 साल की संविदा वाले काला कानून को जड़ से खत्म होने का भरोसा जताया। बैठक के बाद युवा कार्यकर्ता उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले का दहन करते हुए जूते मां का अपनी भड़ास निकालते हुए नारेबाजी की। समाज के अध्यक्ष द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस अवसर पर नीरज कुमार ,संदीप कुमार ,गौरव कुमार, आयुष ,हर्ष आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस बाबत पुलिस ने कोई जानकारी होने से मना किया है।
प्रेम चन्द वर्मा
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