किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष सत्यपाल सिंह ने माननीय प्रधानमंत्री द्वारा तीनो किसान बिल वापस लिए जाने का जोरदार स्वागत किया है। एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन पर अभी भी कुछ लोगों का डटे होना राजनीतिक षड्यंत्र है। जबकि संयुक्त किसान मोर्चा एवं चौधरी राकेश टिकैत का स्पष्ट संदेश था कि किसान बिल वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं। कस्बा झिंझाना में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आगामी 28 नवंबर को होने वाली किसान ट्रैक्टर रैली पर विचार विमर्श को पहुंचे भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सतपाल सिंह भूरा ने संवाददाता से बातचीत में यह बात कही।
इस अवसर पर किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष बंटी तोमर, राजकुमार शर्मा, चंद्रपाल सिंह चिकारा ऊन, योगेश सिंह ऊन, सुरेंद्र मुखिया ऊन, ठाकुर महक सिंह, विनोद तोमर हथछोआ,रविंद्र कश्यप मंडल अध्यक्ष झिंझाना, पूरन चंद जाटव शामली, उपस्थित रहे। किसान मोर्चा के नेताओं ने माननीय प्रधानमंत्री द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने का जोरदार स्वागत करते हुए कहा की विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है। और इस फैसले का देशभर के किसानों ने जोरदार स्वागत किया है।
सिंह ने कहा कि भाजपा ने अभूतपूर्व विकास किया है। मोदी जी के नेतृत्व में देश का नाम विदेशों में भी चमका है। देशवासियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है। देश के प्रधानमंत्री पर किसानों को भरोसा है। और आंदोलन रत किसानों को भी देश के प्रधानमंत्री पर भरोसा करना चाहिए। जबकि माननीय प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कह दिया है कि आगामी सत्र में इन बिलों की वापसी संवैधानिक तौर पर हो जाएगी। परंतु विरोध की राजनीति करने के कारण संयुक्त किसान मोर्चा एवं भाकियू नेता चौधरी
राकेश टिकैत अपनी बातों पर कायम नहीं रह गए है। इसलिए वह आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं। जबकि उनका कहना था कि कृषि बिल वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं, मगर आज कृषि बिल वापस हो गए हैं, लेकिन उन्होंने किसानों को भ्रमित कर अभी भी आंदोलन को बढ़ाने का मन बनाया है। वक्ताओं ने कहा कि आगामी चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित है। विपक्षी लोग बौखलाए हुए हैं। प्रेम चन्द वर्मा
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