नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में आज राजनीतिक तापमान उस समय और चढ़ गया जब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई प्रमुख विपक्षी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
विपक्षी दलों के नेता संसद से चुनाव आयोग की ओर मार्च कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने संसद मार्ग पर ही रोकते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दल आज संसद से लेकर चुनाव आयोग तक पैदल मार्च कर चुनाव में पारदर्शिता, मतदाता अधिकारों की रक्षा और कथित चुनावी अनियमितताओं के खिलाफ ज्ञापन देने जा रहे थे।मार्च में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, डीएमके, आरजेडी, तृणमूल कांग्रेस सहित कई दलों के नेता मौजूद थे।
पुलिस की कार्रवाई
मार्च शुरू होते ही दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगाकर नेताओं को आगे बढ़ने से रोक दिया।इस दौरान पुलिस और नेताओं के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। कुछ देर बाद पुलिस ने सभी नेताओं को बसों में बैठाकर विभिन्न थानों में ले जाया गया।
पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई धारा 144 के उल्लंघन के चलते की गई, क्योंकि संसद परिसर से लेकर कई इलाकों में धारा 144 लागू है।
नेताओं का बयान
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि "हम लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाने निकले थे, लेकिन सरकार ने हमें रोक दिया।"
राहुल गांधी ने कहा कि "यह सिर्फ चुनाव आयोग को ज्ञापन देने का प्रयास था, लेकिन सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने पर आमादा है।"
राजनीतिक माहौल में हलचल
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब देश में चुनावी माहौल पहले से ही गर्म है और विपक्ष लगातार चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहा है।
विपक्षी दलों का कहना है कि वे जनता के वोट की रक्षा और चुनाव प्रणाली की पारदर्शिता के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।
📰 रिपोर्टर: ज़मीर आलम
📌 स्रोत: विधायक दर्पण संपूर्ण राजनैतिक समाचार पत्रिका
📞 संपर्क: 8010884848
🌐 वेबसाइट: www.vidhayakdarpan.in
📧 ईमेल: vidhayakdarpan@gmail.com
No comments:
Post a Comment