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उत्तराखंड में दस दिन में 41 फीसद मरीज संक्रमितों के संपर्क में आए लोग चार जिलों में सबसे ज्यादा संक्रमण

कोरोना के लिहाज से उत्तराखंड में दिन-ब-दिन स्थिति गंभीर होती जा रही है। पिछले कुछ दिन से संक्रमण के जो मामले मिल रहे हैं वह कहीं न कहीं वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन (सामुदायिक फैलाव) की तरफ इशारा कर रहे हैं। खासकर देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर और नैनीताल में ऐसे मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े भी इसकी तस्दीक करते हैं, क्योंकि दस से उन्नीस जुलाई के बीच राज्य में जो 1210 कोरोना संक्रमित मिले हैं उनमें 41 फीसद लोग ऐसे हैं जो पूर्व में संक्रमित पाए गए मरीजों के संपर्क में आए हैं। इनमें भी हरिद्वार में 68 फीसद और देहरादून में 44 फीसद लोग पूर्व में संक्रमित मिले मरीजों के संपर्क में आए। यानी संपर्कों में बढ़ता संक्रमण का ये ग्राफ आने वाले दिनों में चुनौतियां और बढ़ा सकता है।_
_प्रदेश में कोरोना की दस्तक हुए चार माह से अधिक का समय बीत गया है। बीती 15 मार्च को यहां पर संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। शुरुआत में कोरोना संक्रमण के जो मामले मिले उनकी ट्रेवल हिस्ट्री विदेश से जुड़ी रही। वहीं अप्रैल के पहले सप्ताह में दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज और अन्य तब्लीगी जमात से वापस लौटे जमातियों व इनके संपर्क मे आए लोगों के पॉजिटिव मिलने से कोरोना का ग्राफ बढ़ गया। इस बीच सरकार और शासन-प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो इस स्थिति पर जल्द काबू पा लिया गया। मगर, लॉकडाउन के तीसरे चरण में मिली छूट ने फिर परेशानी बढ़ानी शुरू कर दी।_
_विभिन्न राज्यों से वापस लौटे प्रवासियों के कारण कोराना संक्रमण का ग्राफ अचानक बढ़ गया। इस परिस्थिति से भी कुछ हद तक पार पाया रहा था कि इस बीच अनलॉक शुरू होने से कोरोना वायरस ने अपना स्वरूप बदल लिया। क्योंकि प्रवासियों के अलावा स्थानीय स्तर पर या जाने अनजाने पूर्व में संक्रमित मिले मरीजों के संपर्क में आए कई लोग पॉजीटिव मिलने लगे हैं।  पिछले दस दिन में स्थानीय स्तर पर कोरोना संक्रमण के जो मामले मिले हैं उससे चिंता ही नहीं बल्कि सिस्टम के सामने ढ़ेर सारी चुनौतियां भी बढ़ गई हैं।_
_स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़े बताते हैं कि दस से उन्नीस जुलाई के बीत हरिद्वार में संक्रमण के जो 295 मामले मिले हैं उनमें 201 लोग ऐसे हैं, जो पूर्व में संक्रमित मिले मरीजों के संपर्क में आए लोग हैं। देहरादून में भी स्थिति यही स्थिति है, क्योंकि यहां भी इस दौरान संक्रमण के जो तीन सौ मामले आए हैं उनमें 133 लोग पूर्व में संक्रमित मिले मरीजों के संपर्क में आए हैं।_

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